ह्यूमर | 6-मिनट में पढ़ें
बैंक वालों तुम्हारी हड़ताल में देश तुम्हारे साथ होता, मोदी 'हाय-हाय' करता लेकिन...
प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में नौ यूनियनों के कंबाइंड संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियन ने दो दिनों की राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल का ऐलान किया है. इस मुश्किल वक़्त में देश का आम आदमी बैंक वालों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होना चाहता है. नरेंद्र मोदी हां-हाय के नारे लगाना चाहता है मगर ऐसा नहीं हो पाया है और इसका कारण बैंक और उसके कर्मचारी हैं.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
टिकैत फॉर्मूला पर बिकने लगा गेंहू, तो गरीबों को नहीं नसीब होगी रोटी!
राकेश टिकैत ने आजतक के विशेष कार्यक्रम 'सीधी बात' में वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला से बातचीत में कहा कि '3 क्विंटल गेहूं (300 किलोग्राम) की कीमत 1 तोले (10 ग्राम) सोने के बराबर कर दी जाए.' मैं तो सोच रहा हूं कि मोदी सरकार ने किसान आंदोलन शुरू होने से पहले राकेश टिकैत (Rakesh Tikait MSP formula) से संपर्क क्यों नहीं किया?
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
सुब्रमण्यम स्वामी आखिर मोदी सरकार को कैसे छोड़ देते, वित्त मंत्रालय और बजट फिर निशाने पर
सुब्रमण्यम स्वामी चीन से सीमा विवाद को लेकर भी मोदी सरकार की आलोचना करते रहे हैं. बीती 6 जनवरी को ही स्वामी ने ट्वीट कर कहा था कि कोरोना वैक्सीन के उत्साह में हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था गिरती जा रही है. साथ ही इस बात का भी हमें ध्यान होना चाहिए कि लद्दाख में 4000 स्क्वायर किलोमीटर के क्षेत्र में चीन हम पर हावी है.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
ये हमारा आपका नहीं देश का बजट है, आसानी से नफा नुकसान कहां समझ आएगा !
Covid-19 के दौर में जहां अर्थव्यवस्था की वाट लगी पड़ी हो और जीडीपी का पहिया आहिस्ता घूम रहा हो, ऊपर से देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने वाला एक बड़ा वर्ग यानी किसान वर्ग कामकाज छोड़ दिल्ली की दहलीज़ पर बैठा हो. ऐसे समय में देश का बजट पेश हो तो उम्मीदें बहुत ही अधिक हुआ करती हैं.
ह्यूमर | 6-मिनट में पढ़ें
इकोनॉमी | 4-मिनट में पढ़ें
Budget 2021 में जानिए मिडिल क्लास को क्या मिला, और क्या नहीं
कोरोना काल में नौकरी जाने, सैलरी कटने जैसी समस्याओं से जूझ रहे मिडिल क्लास को बजट से ढेर सारी उम्मीदें थीं. बजट से उम्मीदों की आस लगाए बैठे मिडिल क्लास को बजट से केवल झटका मिला है. केंद्रीय बजट 2021 मुख्य रूप से किसान, वैक्सीन और चुनाव को समर्पित है. इसका मिडिल क्लास से कोई लेना-देना नहीं रहा. टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
ह्यूमर | 3-मिनट में पढ़ें
बजट के साथ-साथ पाकिस्तान-चीन वाली कविताएं होतीं तो और मजा आता
Union Budget 2021: बजट आ गया है. कितना खौफ़ बजट का नहीं होता उससे ज्यादा खौफ़ न्यूज़ चैनल और उसपर बैठे पैनल से होता है. जैसा टाइम है बजट वाले पैनल में वीर रस के कवियों को भी बैठाना चाहिए. इतने अहम मौके पर गले की नस फुलाते हुए होनी चाहिए कुछ कविताएं, पाकिस्तान / चीन पर.
सिनेमा | 6-मिनट में पढ़ें






